Description of the Book:
"लेखिका अपनी शब्दयात्रा के माध्यम से, मानवीय अनुभव सार पहचानते हुए अपनी हर एक कविता में, अपने दिल और आत्मा के व्यक्त अंदाज प्रस्तुत कर रही है. अपने पाठको की पद्यप्रीत,अति सहजता से आत्मखोज और जिवंत क्षणों के सुक्ष्म सौंदर्य प्रति मोड़ रही है.
अपने प्रेरणादायक अवतरणों एवं रचनात्मकता से फुटती विस्फोटक चिंगारीयों के समिश्रण से, कल्पना से परे प्रकाश बिखेर रही है. यहाँ प्रस्तुत कविता के बहाव में बहती पंक्तियों की कलात्मकता, पाठक के दिल की मुलायम सतह पे अपने कदमो के निशान छोड़ना चाहती है.
आशा है कविता की कला से आप अवश्य अभिभूत होंगे.आभार
मनीषा केशव.
लेखन यात्रा के अन्य पड़ाव का परिचय :
https://www.audible.in/pd/Jab-Tera-Zikr-Hota-Hai-When-You-Are-Mentioned-Audiobook/B0D94RCK97"
समझ सको तो अर्थ हूँ-न समझो तो व्यर्थ हूँ
SKU: 9789363303621
₹110.00Price
Author's Name: Manisha keshav
About the Author: """कविता, कला और प्राकृतिक दुनिया के प्रति जुनून रखने वाली रचनात्मक आत्मा मनीषा केशव से मिलें। पृथ्वी की सुंदरता और मानवीय भावनाओं की गहराई से प्रेरित होकर, मनीषा केशव शब्दों और छवियों को जीवंत टेपेस्ट्री में बुनती हैं जो जीवन, प्रेम के अंतर्संबंधों का पता लगाती हैं। और पर्यावरण। आश्चर्य से भरे दिल और जिज्ञासा से भरे दिमाग के साथ, वह हमें अपनी कला और कविता के माध्यम से दुनिया को नए सिरे से देखने के लिए आमंत्रित करती है।""Meet Manisha keshav, a creative soul with a passion for poetry, art and natural world.Thanks." Book ISBN: 9789363303621