Description of the Book:
मशाल
एक हसास इंसान का शायर या कलाकार होना ज़रूरी नहीं है। लेकिन एक शायर या कलाकार का थोड़ा हसास (संवेदनशील) होना, मेरे ख़याल से बहुत ज़रूरी है।
अब इसकी अपनी दिक्कतें हैं; जो किसी और को रोज़ मर्रा की चीज़ लगे, वो शायद आपको झिंझोड़ के रख दे और आपको कुछ लिखने पे मजबूर कर दे, या जो भी आपका हुनर है, उस रास्ते से वो दुनिया के सामने आ जायेगा। तो कुछ ऐसे ही मेरे ज़िन्दगी के एहसासात को मैंने मेरी समझ मुताबिक़ नज़्मों, ग़ज़लों में उतारा है। कोई खुद से दो चार होते हुए, कोई ज़माने से कोई सवाल करते हुए और कोई शायर की सोच की उड़ान, बस ये सब आप तक पुहंचाने की कोशिश ही ये शायरी का पुलिंदा है।
ये मशाल इन्किलाबी ना सही, मग़र ख़ुद को रौशन करने की कोशिश ज़रूर है। उम्मीद है, पढ़ने, सुनने वालों को पसंद आएगी।
मशाल
SKU: 9789360947460
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Author's Name: Nitin Bhagat
About the Author: Born and brought up in Punjab, have a deep rooted passion for poetry and music. Thanks to my father who exposed us to different kinds of music and poetry even when we did not understand the words. Working as a full time Software Engineer, it becomes difficult to find time for my passions of writing poetry, composing original music and singing, but I still keep at it. I published my first poetry book in 2023 called "Muntazir". This here is an attempt to keep following my passion and to express what I observe all around me in the society, country and world. I hope the feelings expressed will resonate with the readers as they are the emotions of a common man embroiled in a day-to-day routine, with same struggles as others and same expectations. Book ISBN: 9789360947460