Description of the Book:
जज़्बात' अर्थात भावनाएँ। जिसके बिना हर व्यक्ति मानो एक निरस फल के समान है। भावनाओं का होना मनुष्य के जीवित होने का सबूत है। अन्तर सिर्फ इतना है कि महसूस हर कोई करता है परन्तु व्यक्त अलग-अलग अँदाज़ में करता है। कोई बेबाक हो कह कर बयान करने में महारथ रखता है तो कोई लिख कर अभिव्यक्त करता है। मगर कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जहान में, जो उन्हें दिल ही दिल में दबा रखने का हुनर रखते हैं।
कविताएँ बहुत ही खूबसूरत सा ज़रिया हैं जज़्बातों को जा़हिर करने का। शब्दों के साथ खेलकर बडी़ से बडी़ बात को भी आसानी से व्यक्त किया जा सकता है। कई दफा किसी कविता को पढ़ कर ऐसा प्रतीत होता है मानो हमारे ही जज़्बातों को किसी ने शब्दों का रूप दे दिया हो।
लम्हों के साथ बदलते तो कभी हालातों के साथ बदलते हैं जज़्बात। जीवन के बहुत से पहलू हमें आत्म चिंतन करने को विवश कर देते हैं। कभी-कभी अनकहे जज़्बात कविता का रूप धारण कर लेते हैं। ऐसी ही कुछ मिलती-जुलती भावनाओं को पिरोती कविताओं का सँग्रह है 'मेरे जज़्बात'।
मेरे जज़्बात
Author's Name: Sarika Phull Nandrajog About the Author: Sarika Phull Nandrajog is an educationist and a social worker from Dehradun, India. She is Masters in Commerce and is working in the field of education since twenty eight years. She is the founder of Udaan-Soar High With Education Trust, a NGO that helps in providing educational help to the needy. She loves to pen down her feelings and thoughts in the form of poetry, essay and stories, both in English as well as Hindi. She's a Co-Author of 17 Anthologies and has won various poetry competitions. Book ISBN: 9789357692755