Description of the Book:
शब्द मेरे, तुम्हारे किस्से" कविताओं का ऐसा गुलदस्ता है जिसमे रंग बिरंगी कविताओं के फूल हैं। कहीं रूमानी एहसास हैं तो कहीं औरत और मर्द को देखने का जरिया! कविताएँ कभी विद्रोही स्वर अपनाती हैं तो कहीं आपसी सामंजस्य और समझ की वकालत करती हैं। कुल मिलाकर जीवन के खट्टे-मीठे, तीखे और चटपटे अनुभवों और नजरिये से बनी चाट का ज़ायका है यहाँ!
मुजरिम और फेमिनाज़ी
SKU: 9789363301603
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Author's Name: HARSHITA CHATURVEDI 'हुनर'
About the Author: "हर्षिता शर्मा ""हुनर"" एक उभरती हुई लेखिका हैं, जिन्होंने बैंकिंग जगत में एक दशक से ज्यादा बिताने के बाद अपने पहले प्यार हिंदी साहित्य और लेखन को चुना। समसामयिक समस्याओं तथा घटनाओं पर इनके लेख तथा कविताएँ प्रायः पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं।वे अपनी कलम और कल्पना को मिश्रित कर समाज में सकारात्मक जागृति लाने का प्रयास करती हैं। वर्तमान में हिंदी साहित्य में शोध के साथ साथ ""हुनर"" बैंकिंग जगत में अनुभवों पर एक संस्मरण एवं उनके प्रथम उपन्यास पर काम कर रहीं है जो अभी प्रकाशन प्रक्रिया में हैं। " Book ISBN: 9789363301603