Description of the Book:
ज़िन्दगी के कुछ लम्हे ऐसे लिख जाते हैं दिल पे जैसे आजकल के टैटू आर्ट... और जब कोई नया तजुर्बा उन लम्हो की याद कुरेद जाये तो दिल से एक आह निकलती है। ऐसे में जब उस लम्हे को दोबारा जीने की कोशिश में कुछ यादें कुछ एहसास बह निकलते है दिल से... और ले लेते हैं शक्ल एक ऐसी दास्ताँ की जो दिल में बहते बहते कागज के बंदरगाह पे आ के ठहरती है और अपना एक निशान छोड़ के फिर से कई दिलों में बहती रहती है
कुछ ऐसे ही एहसासों और लम्हो के तानेबाने की दास्ताँ है यहाँ - बस यूँही...
बस, यूँही...
SKU: 9789363314375
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Author's Name: Navin Misra
About the Author: "When in doubt...Listen to your Heart" - this thought defines the personality of the author Navin Misra. A marketing professional but a poet by nature who loves and cherishes relationships. Started writing at the age of 14 post being inspired by the TV serial " Mirza Ghalib", and till today admires the thought-provoking couplets and the language presentation. A tint of the same is visible in his works and the thoughts pierced in words make the difference. Book ISBN: 9789363314375