Description of the Book:
यह पुस्तक व्यक्तिगत भावनाओं, कल्पना और चिंतन का प्रक्षेप पथ है। जब आप इसके अंशों को पढ़ेंगे तो आपको प्रत्येक शब्द के पीछे के गहरे अर्थ का एहसास होगा। इसमें मौजूद हर कविता का हर किसी के जीवन से अलग लेकिन एक-दूसरे से जुड़ा हुआ अर्थ है।आपको यह किताब तब पढ़नी चाहिए जब आप जीवन में सबसे कम आशावान हों, यह आपको कुछ बेहतर की उम्मीद तो नहीं देगी लेकिन आपको एक पूर्वदृष्टि जरूर देगी
प्रेमातुर
SKU: 9789363316676
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Author's Name: Ritika Bhatia
About the Author: उभरती हुई लेखिका रितिका को हिंदी भाषा से गहरा लगाव है। हालाँकि उन्होंने खुद को एक लेखिका के रूप में कभी नहीं देखा था, लेकिन अनुनय और अभिव्यक्ति के लिए उनकी जन्मजात प्रतिभा लंबे समय से स्पष्ट है। अब, जैसे ही वह अपनी तीसरी पुस्तक में उतरती है, लेखन के क्षेत्र में रितिका की यात्रा भाषा के प्रति उसके प्यार और मानवीय भावनाओं की गहराई को व्यक्त करने की उसकी इच्छा का एक स्वाभाविक विस्तार बन गई है। उनकी लिखी प्रत्येक कविता कहानी कहने के उनके जुनून से ओत-प्रोत है, जो पाठकों को परिचित और काल्पनिक दोनों दुनियाओं में ले जाती है। रितिका का अनोखा दृष्टिकोण और गीतात्मक गद्य आत्मनिरीक्षण को आमंत्रित करता है और असंख्य भावनाओं को जगाता है। उनका लेखन शब्दों की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रमाण है, जो इसका सामना करने वाले सभी लोगों को सांत्वना, प्रेरणा और जुड़ाव प्रदान करता है। जैसे-जैसे वह काव्यात्मक अभिव्यक्ति की असीमित संभावनाओं का पता लगाना जारी रखती है, रितिका भाषा के प्रति अपने प्यार और लिखित शब्द की सुंदरता में अपने अटूट विश्वास को साझा करने के लिए समर्पित रहती है। Book ISBN: 9789363316676