Description of the Book:
जीवन की आह पोह से थक हार कर जब मन खुद को देखना चाहे दर्पण में, तब यह पुस्तक मिलवाती है पाठकों को जीवन के नवरस दर्पण से । इस पुस्तक में नवरस ( नौ रस ) के हर रस को जीवन के अनुभवो पर उकेरा गया है एक नये नजरिये के साथ ।पुस्तक के माध्यम से पाठक देख पायेगा खुद को एक नये नवरस दर्पण में जहाँ हर रस को देखने और महसूस करने का प्रयास अलग होगा और पुस्तक का अंत ले जाएगा शांति और सुकून की ओर ।
नवरस दर्पण
SKU: 9789358737981
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Author's Name: डाॅ. आरती कोरजानी About the Author: डाॅ. आरती आपकी साधारण दंत चिकित्सक नहीं है। लिखने के शौक के साथ, उन्होंने अपनी कविताओं की पहली किताब बनाने के लिए शब्दों को खुबसूरती से एक साथ बुना है। अपने व्यस्त शैक्षणिक कार्यों के बावजूद उन्हे लेखन, दर्शन ,नृत्य, यात्रा और फिटनेस के प्रति अपने प्यार में शामिल होने का समय मिला है। वर्तमान मे वह जयपुर राजस्थान की निवासी है। उनके शब्द वैज्ञानिक परिशुद्धता और कलात्मक अभिव्यक्ति के संतुलन को दर्शाते हैं। वह आपको कविताओ की सुंदरता के माध्यम से एक काव्यात्मक साहसिक यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करती हैं और पुस्तक से जुड़े आपके विचाओ ओर मतों का स्वागत करती है Artikorjani@gmail.com पर। Book ISBN: 9789358737981