Description of the Book:
"मेरी प्रथम कविता संग्रह 'नगमा-ए-ज़िन्दगी' उन सभी ज्वलंत मुद्दों का समावेश है जो हमारे बीच में ही पनपते है लेकिन उनकी ख़ामोश गूँजे वक़्त के थपेड़ों से धूमिल हो जाने पे मजबूर हो जाती है।
इस कविता संग्रह के हर पंक्ति में भावनाओं का एक नया रंग है, हर कविता में जीवन का एक नया अनुभव। चाहे वह समाज के मुद्दों पर आधारित हो, रिश्तों की कोमलता हो, या आत्मा की गहराइयों में छुपे सवाल – यह संग्रह आपके मन को भीतर तक झंकझोर देगा।
"कविताओं के इस सफर में आपका स्वागत है – चलिए, अपनी भावनाओं को इन शब्दों की ऊँचाइयों में पंख देने दें।"
नगमा-ए-ज़िन्दगी-अनसुने शब्दों की गूँज...
SKU: 9789367391488
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Author's Name: नितिन 'मीना' श्रीवास्तव
About the Author: मेरा नाम नितिन ‘मीना’ श्रीवास्तव है, और मैंने अपने सामाजिक उद्यमिता की यात्रा उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में स्थित एक भारतीय एआई-आधारित रोबोटिक्स कंपनी के संस्थापक और मुख्य अनुसंधान अधिकारी के रूप में की है।तकनीकी दुनिया से परे, मुझे कविता लिखने का शौक है। अपनी कविताओं के माध्यम से मैं उन अनकही कहानियों और अनसुनी आवाज़ों को सामने लाने की कोशिश करता हूँ। संक्षेप में, मैं "तकनीक में रुचि रखने वाला, दिल से कलाकार और आत्मा से आजीवन सीखने वाला हूँ।" Book ISBN: 9789367391488