Description of the Book:
डॉ.सिद्धी पर्वतकर का पहला कविता संग्रह 'इतवार से गुफ़्तगू' की दुनिया में कदम रखें,जहाँ कविताएँ रोज़मर्रा की जिंदगी कमें बसी सुंदरता और अनदेखे सच को सामने लाती हैं। गोवा के खूबसूरत वादियों में पली-बढ़ी डॉ.सिद्धी, एक संवेदनशील डेंटिस्ट और लेखिका,आपको साधारण पलों के माध्यम से एक भावनात्मक यात्रा पर ले जाती हैं। हिंदी भाषा के प्रति गहरे प्रेम के साथ,सिद्धी की कविताएँ प्रेम से भरी हैं।
एक कप चाय की पहली चुस्की से लेकर एक सुखद नींद तक,हर अनुभव को एक नया नज़रिया और अर्थ प्रदान किया गया है।
'इतवार से गुफ़्तगू' उन सामान्य वस्तुओं और घटनाओं की सराहना करती है,जिनका महत्व हम कभी समझ नहीं पाते। इन कविताओं में हर शब्द और हर भाव एक गहरी संवेदनशीलता के साथ लिखा गया है,जो पाठकों को रोजमर्रा की जिंदगी की सरलता और सुंदरता को देखने का एक नया तरीका प्रदान करता है।
यह सिर्फ एक कविता संग्रह नहीं है; यह जीवन की सरल खुशियों और जटिलताओं का उत्सव है, जिसे कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। यहाँ विविध विषयों पर कविताएँ लिखी गई हैं जो दिल को छूती हैं।
यह पुस्तक कविता प्रेमियों की भावनाओं को जगाती है और पाठकों को उनके जीवन के हर कोने में कविता खोजने के लिए प्रेरित करती है।
इतवार से गुफ़्तगू
Author's Name: Dr Siddhi Parvatkar
About the Author: Dr.Siddhi Parvatkar, a dentist by profession, and a poet by passion, grew up in Goa. With a deep-seated love for the Hindi language and a keen eye for the subtleties of daily life, Siddhi has been penning poems since her school days. Her poetry draws inspiration from the everyday--be it social issues, fleeting reflections, or personal identity. Her poetry returns, through its recurring element, to the lingering essence of love, identity, and the beauty found in the quotidian. A dentist by day, poet by night, Siddhi remains dedicated to capturing the essence of life's moments through her writing.This collection of poems represents Siddhi's quiet moments of reflection, bringing a touch of vulnerability and intimacy to her work, inviting readers to re-connect with the world, through her words. Book ISBN: 9789363307087