Description of the Book:
भावनाओं की कोई कदर नहीं।
इस दुनिया में अपने ही साथी को नजर अंदाज करना जरा भी अहमियत न देना।
स्त्रियों की भी कुछ इच्छाएं होती हैं, जब वे अपनी नई दुनिया बसाने जाते हैं।
कहने को सब अपने हैं, पर पराये जैसे दिखते हैं।
इस भीड़ में अकेले पन की कहानी है।
इसी अकेलेपन को किसी से बटाने के लिए,अपने मन की व्यथा लिखी है।।।
वक़्त की आरजू
SKU: 9789363308114
₹110.00Price
Author's Name: Jyoti Mala Dayal
About the Author: बेटी, पत्नी, बहू, माँ, दादी नानी, सास, एक औरत की यही है आस।।।। उम्र कच्ची थी, मन की सच्ची थी, रिश्तों की पक्की थी, उसकी आरजू अभी भी बाकी थी। सभी परिस्थितियों को संभालते हुए उम्र की उस पड़ाव पर पहुंची, जहां फिर से जीने की इच्छा हुई।। कुछ अपने मनोभावों को लिखने की सोची या यूं कहें पन्नों पर अपने भाव लिख कर मन से निकालने की कोशिश की।।। ग्रहस्ती के साथ कई जगह अपने हाथ पैर चलाए, कुछ में सफल हुई, कुछ में असफल। पुरुषत्व के अपने अहंकार और स्त्रियों की सहनशीलता ईश्वर की रचना है। एक कोशिश उस 30 साल पहले की 20 साल की बच्ची की मनोभावनाओं को व्यक्त करने की। ।।।।। Book ISBN: 9789363308114