Description of the Book:
कारवाँ की दस्तक से एहसास हुआ,
जज़्बात की आरजू ने जुस्तजू जगायी।
सफर की ख्वाइश और उम्मीद की राह,
मंजिल की तलाश में आशिकी की जादू छायी।
बेखुदी की खुशियां, उल्फत की बातें,
तमन्ना की तन्हाई, सुकून की रातें।
ख़ामोशी में बसी मुस्कुराहट की पहचान,
ख्वाबों में इकरार ,जैसे किसी का एहसान।
ये सारे लफ़्ज़ ही है मेरे, कविताओं की सौगात,
आओ कराऊँ मै तुम्हारी, इनसे मुलाक़ात|
लिख़ते-लिख़ते
SKU: 9789363312265
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Author's Name: Atul Rangole
About the Author: एक यांत्रिकी विज्ञानी की कलम से, जिसने इंजीनियरिंग के गलियारों में कदम रखा, और प्रबंधन कार्य मैं भी सफलता प्राप्त की । उत्पादन की धारा में बहते हुए चौदह वर्ष, फिर आईटी की नवीन प्रौद्योगिकी में, अठारह वर्षों का सफर तय किया। कविता, उनकी आत्मा की भाषा, शब्दों में बाँधते हैं अपनी अनुभूतियों को, और छंदों में गूँथते हैं जीवन की सच्चाइयों को। अतुल रांगोळे,न केवल एक इंजीनियर या प्रबंधक हैं, बल्कि एक कवि हृदय के इन्सान भी है , जो अपने अनुभवों को काव्य में पिरोते है। Book ISBN: 9789363312265