Description of the Book:
"मद्धम" एक कविता संग्रह है, जो एक लेखक की अनूठी यात्रा का वर्णन करता है। इस संग्रह में हर कविता एक नई भावना सुनाती है, जो उस लेखक के जीवन की अलग-अलग पहलुओं को छूता है।
हर कविता अपनी अनूठी भावनाओं को उजागर करती है। कुछ कविताएँ खुशी की कहानी सुनाती हैं, जबकि कुछ दुख के पल को बयां करती हैं। कुछ कविताएँ प्रेरणा और उत्साह देती हैं, जबकि कुछ अन्य गहरी सोच और संवेदनाओं को छूती हैं।
इस पुस्तक के माध्यम से, लेखक अपनी भावनाओं को साझा करते हैं, और पाठकों को अपने अनुभवों में समाहित करते हैं। हर कविता एक अलग कहानी कहती है, और पाठकों को भीड़ से अलग और सान्त्वना भरी धारा में ले जाती है।
"मद्धम" एक ऐसी यात्रा है जिसमें हर पल अद्वितीय है और हर कदम एक नई राह दिखाता है। यह कविताएँ उत्सव, विचार, और भावनाओं का एक सामूहिक अनुभव प्रस्तुत करती हैं ।
कवि की कोशिश है लोगों के दिनचर्या में होने वाले अनुभवों को कविता के रूप में व्यक्त करने की। यह आशा है कि पाठक इस संग्रह में विभिन्न भावनाओं से जुड़ सकें और खुद को उसके मधुर और सांत्वना भरे धुन में पाएं।
मद्धम
Author's Name: Manish Chhatlani
About the Author: Manish, a researcher and teacher by profession, finds solace in poetry. Writing serves as a mode of expression for him, a channel through which thoughts and emotions find voice. Inspired by his academic pursuits, Manish visualizes and imagines poetry, allowing words to evoke vivid imagery and deep emotions. Driven by the intention to explore the human experience and share it with the world, his aim has always been to infuse poetry with a need for understanding others. Through each line penned, the idea is to seek to make us conscious of our everyday experiences better and give perspective to the readers. With a curious mind, Manish continues to experiment with form and style on his first journey of self-discovery and wonder through this book of poems. Book ISBN: 9789360941642