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Description of the Book:

 

मैं बचपन से ही एक लेखक बनने का सपना देखता आ रहा हूँ। कहने को तो मैं डॉक्टर बनने की राह पर हूँ लेकिन किताबें भी मेरे दिल में उतनी ही उत्सुकता और उमंग पैदा करती हैं जितना की एक मरीज को ठीक करने में आती हैं।
लेखन हमेशा से ही मेरी दूसरी पसंद रही हैं और यह किताब उसी का एक सबूत मात्र हैं।
मैंने लेखन की शुरुआत कोविड के दौरान शुरु करी थी जब मैंने पहली कविता लिखी थी मेरी दादी के लिए।
तब से ये सिलसिला चलता आ रहा हैं और उसी सिलसिले को दर्शाती हैं ये किताब।
मैंने अलग- अलग विषयों पर लिखने का प्रयास किया हैं लेकिन प्रेम- मार्ग में मेरी कुछ ज्यादा ही रुचि रही हैं और इसीलिए इसमें अधिकतर रचनाएँ आपको प्रेम से संबंधित ही मिलेंगी।
उसके साथ ही मुझे हमारे इतिहास से बहुत कुछ सीखने को मिला हैं जिसमें से मैंने थोड़ा बहुत अपनी कविताओं के माध्यम से बताने का प्रयास किया हैं।
आशा करता हूँ मेरा यह प्रयास आप सभी को पसंद आएगा।

डी की कलम से

SKU: 9789363318052
₹110.00Price
  • Author's Name: Divyanshu Pathak

    About the Author: मैं कानपुर क निवासी हूँ और अभी माँ विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज से एम बी बी एस पूरी कर रहा हूँ। मैं तृतीय वर्ष का छात्र हूँ। किताबें बचपन से ही मेरी साथी रहीं हैं। उन्हें पढ़ने का शौक मुझे बचपन से ही रहा था। मैंने अपनी पहली कविता कोविड के दौरान लिखी थी और उसी समय पढ़ने के साथ- साथ मेरी रूची लिखने में भी बढ़ने लगी। अपनी पहली कविता मैंने अपनी दादी के लिए लिखी थी और मुझे उम्मीद हैं की आगे भी मैं ऐसे ही लिखता रहूँगा।
    Book ISBN: 9789363318052
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