Description of the Book:
"किसी ने मुझसे पूछा...कैसे लिख लेते हो.....इतना सब कुछ......
मैंने कहा......जिसके अंदर होगा विचारों का सैलाब......
जिसके अंदर होगे भावनाओं के उठते तूफान......
जिसके अंदर होगा कुछ नया करने का जज्बा......
जिसके अंदर हो सही को सही...और गलत को गलत कहने की ताकत.....
वो कुछ भी कर सकता है.....वो इतिहास बदल सकता है.......
और एक नया इतिहास भी रच सकता है......"
गीतिका के गागर से-कुछ शब्द अंतर्मन को छूते हुए
SKU: 9789369548408
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Author's Name: गीतिका जैन
About the Author: अगर आज मैं लिख पा रही हूं.... भावनाओं को शब्दों में पिरो पा रही हूं..... तो इसका श्रेय मेरी मां को जाता है....... जिनको खुद को भी एक समय में लिखने का शौक रहा है..... वो अपने शौक को आगे नहीं बढ़ा पाई...... और मैंने मेरे शौक को छोड़ा नहीं..... क्योंकि ये शौक ही तो है जो हमें ताउम्र जिंदा रखते हैं...... हमेशा से कुछ अलग करने या कुछ करने का जुनून मुझे लेखन की दुनिया में लेकर आ गया....... मैंने कुछ आसान शब्दों में बहुत कुछ कहने की कोशिश की है..... उम्मीद करती हूं कि मेरे शब्द मेरे पाठकों के दिल की गहराइयों को छू सकेंगे......। Book ISBN: 9789369548408