Description of the Book:
"गूंज" यूं तो एक कविताओं का संग्रह है किंतु सही मायनों में इसमें संकलित हर कविता एक रिश्ते को बयान करती है । यह वो धीमी सी ध्वनि है जो प्रत्येक व्यक्ति तब महसूस करता है जब वो किसी पशोपेश से गुजर रहा हो । आंकलन बहुत आवश्यक होता है , फिर चाहे वो विद्यार्थी का हो या स्वयं की भावनाओं का , इस पुस्तक में आप कई सवाल देखेंगे चाहे वो पिता से हो , पुत्र से , स्वयं से या पृथ्वी से । किस प्रकार मनुष्य जब आंकलन करता है तो उसका निष्कर्ष कहां जाकर थमता है या कोई और ही सवाल खड़ा हो जाता है इस भावना से भी आपको ये पुस्तक बखूबी रूबरू कराएगी । मध्यवर्ग और उसकी उलझने इनका भी आपको स्वाद चखने मिलेगा , साथ ही प्रेरणा मिलेगी की जिंदगी कभी भी एक रंग की नहीं होती उसके रंग और ढंग निरंतर बदलते रहते हैं , अधूरी चीजें भी खूबसूरत हो सकती हैं बस उनको देखने का नज़रिया अच्छा होना चाहिए ।।
गूंज
Author Name: Naina Saxena About the Author: लखनऊ के मध्यवर्गीय संयुक्त परिवार में मेरा जन्म हुआ । संयुक्त परिवार में जन्म लेने की खास बात यह होती है की आपको हर रिश्ते के आशीर्वाद और प्यार का स्वाद चखने को मिलता है फिर चाहे वो खट्टा हो या मीठा । पेशे से मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूं और कवित्री का हृदय रखती हूं । संगीत , नृत्य , नाटय में बेहद रुचि रखती हूं और रेडियो जॉकी भी रह चुकी हूं । बातों की शौकीन हूं और अपनी सभ्यता से बेहद स्नेह रखती हूं । मेरा मानना है की यदि इंसान कुछ ठान ले और सच्ची निष्ठा से उसे पाने के लिए अग्रसर है तो निश्चित ईश्वर उसका भरपूर साथ देते हैं , यह किताब उसका उदाहरण है । यह मेरी प्रथम प्रकाशित रचना है और आशा रखती हूं मेरे दिल से निकली हर बात आपके दिल तक पहुंचेगी और आपका स्नेह और आशीर्वाद इसे प्राप्त होगा।।