Description of the Book:
एक कोशिश जीवन के विभिन्न पहलुओ को एक धागे मे पिरोने की । इस संग्रह मे लिखी गयी कविताएं अनेक रंगो से सराबोर हैं - कही आपको निश्चल प्रेम तो कही जिजीविषा तो कही जिज्ञासा का बोध होगा । मैंने पिछले दसक के दौरान इन कविताओ को लिखा हैं जो मेरे जीवन मे व्याप्त प्रयाप्त और अप्रयाप्त को दर्शाते हैं । उम्मीद हैं आप इनको पढ़ के खुद से जुड़ा हुआ महसूस करेंगे ।
कौतूहल
SKU: 9789360943080
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Author's Name: RAJESH SINGH
About the Author: A rural marketing professional working to bring smiles on the faces of millions of dairy farmers in the country. A doting father, a loving husband and a passionate poet who expressess through poetry. Book ISBN: 9789360943080