Description of the Book:
"""आत्मज्योति – अंतर्मन की रोशनी "" एक आध्यात्मिक यात्रा का प्रतिबिंब है, जो आत्मा की गहराइयों को छूने का प्रयास करती है। यह केवल शब्दों का संकलन नहीं, बल्कि आत्मिक शांति, प्रेम, भक्ति और सत्य की खोज की ओर एक आमंत्रण है।
इस पुस्तक में संगीता हरमिलापी ने गहरी आध्यात्मिक अनुभूतियों को कविता के माध्यम से प्रस्तुत किया है। हर कविता आत्मा की यात्रा को प्रतिबिंबित करती है – कहीं यह भक्ति का स्वर बनकर हृदय को स्पंदित करती है, तो कहीं ध्यान की गहराइयों में डुबो देती है।
यह पुस्तक न केवल आत्मिक उन्नति की प्रेरणा देती है, बल्कि पाठकों को भीतर झाँकने और स्वयं को पहचानने की दिशा में अग्रसर भी करती है। ""आत्मज्योति – अंतर्मन की रोशनी "" एक ऐसा दीप है, जो आत्मा के हर कोने को प्रकाशित करने के लिए जलाया गया ह"
आत्मज्योति -अंतर्मन की रोशनी
Author's Name: संगीता हरमिलापी
About the Author: संगीता हरमिलापी, सत श्री हरमिलाप साहिब ट्रस्ट सोसायटी की उपाध्यक्ष हैं। वे समाज सेवा, चैरिटी और धार्मिक कार्यों में समर्पित हैं। उनकी आध्यात्मिक साधना और सेवा-भावना ने उन्हें एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व दिया है। गायन और लेखन उनके हृदय के दो पहलू हैं, जो उनकी आध्यात्मिक यात्रा को संगीतमय बनाते हैं। उनकी रचनाएँ केवल शब्द नहीं, बल्कि आत्मा की पुकार हैं, जो प्रेम, भक्ति और आत्मज्ञान की ओर प्रेरित करती हैं। "आत्मज्योति – अंतर्मन की रोशनी" उनकी आध्यात्मिक अनुभूतियों का ऐसा संग्रह है, जो हर हृदय में ईश्वरीय प्रकाश जगाने का प्रयास करता है। Book ISBN: 9789369547692